संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेने पर सतभक्ति से हुए लाभ, पढ़िये हितेश मेहता (Hitesh Mehta) की आप बीती, कैसे आई उनके जीवन में खुशियाँ

संत रामपाल जी महाराज एक ऐसा नाम जो आध्यात्मिक जगत के सच्चे संत हैं और सबसे बड़ी बात समाज सुधार के लिए प्रयत्नशील समाज सुधारक (Social reformer) हैं। संत रामपाल जी लाखों लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत हैं। साथ ही, उनका ज्ञान अद्वितीय है और सबसे बड़ी बात यह है कि वे सभी पवित्र धर्मग्रंथों के अनुसार सही भक्ति विधि बताते हैं।


सतभक्ति से लाभ प्रोग्राम द्वारा समाज के ऐसे लोगों को सामने लाया गया जो न जाने कितनी समस्याओं से जूझ रहे थे, लेकिन संत रामपाल जी महाराज द्वारा बताई गई सद्भक्ति से उनकी सभी समस्याएं खत्म हो गईं और उन्हें एक नई ज़िंदगी मिली जो आज लाखों लोगों के लिए उदाहरण हैं। तो आज हम आपको एक ऐसे ही एक व्यक्ति की कहानी से परिचित करवाएंगे जिनको संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेकर सतभक्ति करने से न केवल आध्यात्मिक लाभ बल्कि शारीरिक और आर्थिक लाभ भी मिला।



"सतभक्ति से लाभ (Benefits by True Worship)" की थीम इस प्रकार है:-


1. आप बीती (लोगो की दुख भरी कहानियाँ)

2. प्रेरणा (संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेने की)

3. बदलाव ( नाम दीक्षा लेने के बाद कि जिंदगी)

4. अनुभव (नाम लेने से पहले और बाद का)

5. समाज को संदेश

6. सारांश


हितेश मेहता (Hitesh Mehta) जी की आपबीती

मेरा नाम हितेश मेहता (Hitesh Mehta) है। मैं सोलन, हिमाचल प्रदेश का रहने वाला हूँ। हमारे बुजुर्ग जो पूजाएं करते थे, जैसे ब्रह्मा जी,  विष्णु जी, महेश जी और माता जी की, मैं भी ये ही पूजाएं करता था। इन पूजाओं के करने से मुझे मन की शांति नहीं मिल रही थी। मैं सोचता था इन पूजाओं के करने से मुझे मन की शांति प्राप्त होगी लेकिन ऐसा कोई लाभ मुझे नहीं हुआ। 

मेरे पीठ में दर्द होता था उसका इलाज करवाया लेकिन कुछ नहीं हुआ। मुझे भूत प्रेत की भी परेशानी थी, इसका भी इलाज करवाया लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। मेरे मन मे बार-बार विचार आता था कि परमात्मा तो है लेकिन इलाज क्यों नहीं हो रहा? बार-बार मेरे मन मे ऐसे विचार आते रहते थे कि या तो हम सही भक्ति नहीं करते या हमने परमात्मा को अभी तक पहचाना ही नहीं है।

संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेने की प्रेरणा

संत रामपाल जी महाराज जी से नाम उपदेश मेरा एक साथी लिया हुआ था। उसने मुझे संत रामपाल जी महाराज की पुस्तक "ज्ञान गंगा" दी। जब मैंने वह पुस्तक पढ़ी तथा TV पर संत रामपाल जी महाराज जी का सत्संग देखा, तब मुझे लगा कि जो हम यह पूजाएं करते थे, उससे हमें कुछ लाभ नहीं मिलने वाला क्योंकि ये पूजाएं शास्त्रों के विरुद्ध होने के कारण गलत हैं। उसके बाद मैं संत रामपाल जी महाराज जी के बताए ज्ञान से बहुत प्रभावित हुआ। उसके बाद मैंने मंडी कांगो नामदीक्षा केंद्र पर जाकर संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा ली।

नाम दीक्षा लेने के बाद जिंदगी में आये बदलाव

संत रामपाल जी महाराज जी की नाम दीक्षा लेने के बाद ही उसी दिन से मुझे लाभ प्राप्त होने शुरू हो गए। मुझे कमर में काफी दर्द रहता था जिसका मैंने बिलासपुर और अन्य हॉस्पिटल में ईलाज करवाया लेकिन कुछ लाभ नहीं हुआ। जिस दिन में नाम दीक्षा लेने के लिए नामदान आया उस दिन भी मुझे दर्द नहीं हुआ। मुझे पीछे कुशन लगाने के लिए भी दिया। नाम दीक्षा लेने के बाद मैं बड़ी मुश्किल से घर गया, लेकिन जैसे ही मैं घर पहुँचा मुझे पता भी नहीं चला कि मेरी कमर का दर्द कहां गया। यह सब संत रामपाल जी महाराज जी के आशीर्वाद से ठीक हुआ। रात को जब मैं सोता था तो मुझे एक प्रेत बाधा का दबाव पड़ता था, लेकिन यह भी संत रामपाल जी महाराज की दया से बिल्कुल ठीक हो गया।

नाम लेने से पहले और बाद का अनुभव

मेरा अनुभव यह है कि संत रामपाल जी महाराज द्वारा बताई गई भक्ति बिल्कुल शास्त्रों द्वारा प्रमाणित है। मैंने बीकॉम की है और मेरा खुद का वाटर प्रूफ का काम है। मुझे अपनी शिक्षा का सबसे अच्छा फायदा यह हुआ कि संत रामपाल जी महाराज द्वारा बताई गई साधना बिल्कुल शास्त्रों द्वारा प्रमाणित है जो मुझे अच्छे से समझ में आ चुकी है। जब मैंने संत रामपाल जी महाराज जी नाम दीक्षा ली और भक्ति करी, उससे मुझे लाभ प्राप्त होने लगा। जिससे मुझे ओर यकीन हो गया कि यह भक्ति बिल्कुल सच्ची है क्योंकि यह हमारे शास्त्रों में दी गई है। गीता जी में भी लिखा है कि जो व्यक्ति शास्त्रों के अनुसार भक्ति करता है उसी को पूर्ण लाभ प्राप्त होता है।

मेरा समाज को सन्देश


मैं मानव समाज को सन्देश तो नहीं दे सकता, बस प्रार्थना कर सकता हूँ कि संत रामपाल जी महाराज द्वारा बताई गई साधना बिल्कुल सत्य है। शास्त्रों द्वारा प्रमाणित है। इसलिए एक बार अवश्य संत रामपाल जी महाराज जी का सत्संग सुने और उनसे नाम दीक्षा लेकर अपना कल्याण करवायें। संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेना बहुत ही आसान है। संत रामपाल जी महाराज जी के सत्संग जितने भी टीवी चैनल पर आते हैं उनके नीचे नंबर दिए जाते हैं आप उन नंबर पर संपर्क करके अपने नजदीकी नाम दान सेंटर का पता करें और आप वहां जाकर नि:शुल्क नाम दीक्षा ले सकते हैं।

सारांश

"सतभक्ति से लाभ-Benefits by True Worship" प्रोग्राम में बताया गया कि "संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेने के बाद लोगों को लाभ हो रहे हैं" पूर्णतः सत्य हैं। जिसका आप चाहें तो निरीक्षण भी कर सकते हैं। आज संत रामपाल जी महाराज जी के करोड़ों अनुयाई हैं और ऐसे लाखों उदाहरण हैं जिनको संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेने के बाद बहुत सारे लाभ मिले हैं। 


संत रामपाल जी महाराज द्वारा बताई गई भक्ति से कैंसर, एड्स व अन्य लाइलाज बीमारियां भी ठीक हो जाती हैं। क्योंकि धर्मग्रंथ ऋग्वेद मण्डल 10 सूक्त 161 मंत्र 2, 5, सूक्त 162 मंत्र 5 और सूक्त 163 मंत्र 1-3 में प्रमाण है कि हर बीमारी का इलाज सतभक्ति से ही संभव है, साथ ही वह परमात्मा अपने साधक की अकाल मृत्यु तक टाल सकता है और उसे 100 वर्ष की आयु प्रदान करता है तथा उस परमात्मा की सतभक्ति से असाध्य रोग भी ठीक हो जाते हैं। संत रामपाल जी महाराज का ज्ञान पवित्र वेद, पवित्र शास्त्रों के अनुसार है और पवित्र गीता जी अध्याय 4 श्लोक 34 में जिस तत्वदर्शी संत के बारे में जिक्र आया है वह तत्वदर्शी संत कोई ओर नहीं संत रामपाल जी महाराज ही हैं। तो देर ना करते हुए आप भी संत रामपाल जी महाराज जी का ज्ञान समझे और उनसे नाम दीक्षा लेकर मोक्ष मार्ग प्राप्त करें और 84 लाख योनियों के जन्म मरण से छुटकारा पाएं।

Post a Comment

0 Comments