संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेने पर सतभक्ति से हुए लाभ, पढ़िये कृष्णा दास (Krishna Das) की आप बीती

संत रामपाल जी महाराज एक ऐसा नाम जो आध्यात्मिक जगत के सच्चे संत हैं और सबसे बड़ी बात समाज सुधार के लिए प्रयत्नशील समाज सुधारक (Social reformer) हैं। संत रामपाल जी लाखों लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत हैं। साथ ही, उनका ज्ञान अद्वितीय है और सबसे बड़ी बात यह है कि वे सभी पवित्र धर्मग्रंथों के अनुसार सही भक्ति विधि बताते हैं। "सतभक्ति से लाभ प्रोग्राम द्वारा समाज के ऐसे लोगों को सामने लाया गया जो न जाने कितनी समस्याओं से जूझ रहे थे, लेकिन संत रामपाल जी महाराज द्वारा बताई गई सद्भक्ति से उनकी सभी समस्याएं खत्म हो गईं और उन्हें एक नई ज़िंदगी मिली जो आज लाखों लोगों के लिए उदाहरण हैं। तो आज हम आपको एक ऐसे ही एक व्यक्ति की कहानी से परिचित करवाएंगे जिनको संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेकर सतभक्ति करने से न केवल आध्यात्मिक लाभ बल्कि शारीरिक और आर्थिक लाभ भी मिला।

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मुख्य बिन्दु जिन पर आपको इस लेख में जानकारी दी जाएगी

1. कृष्णा दास (Krishna Das) की दु:ख भरी कहानी
2. संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेने की प्रेरणा
3. नाम दीक्षा लेने के बाद कृष्णा दास की जिंदगी में आये बदलाव
4. कृष्णा दास जी का नाम लेने से पहले और बाद का अनुभव
5. कृष्णा दास का समाज को संदेश
6. सारांश

कृष्णा दास (Krishna Das) जी की दुःख भरी कहानी

मेरा नाम कृष्णा दास (Krishna Das) है। मैं बलौदा बाजार, छत्तीसगढ़ का रहने वाला हूँ। मैं छत्तीसगढ़ में पुलिस हेड कांस्टेबल पर कार्यरत हूँ। संत रामपाल जी महाराज जी से नाम दीक्षा लेने से पहले मैं हिंदू धर्म में माने जाने वाले श्री हनुमान जी की पूजा पाठ और हनुमान चालीसा का पाठ किया करता था। इसके बावजूद भी मैं शराब का बहुत ज्यादा सेवन किया करता था और मुझे मानसिक तनाव हमेशा बना रहता था।

संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेने की प्रेरणा

मैं संत रामपाल जी महाराज जी से नाम उपदेश 12-10-2020 में लिया था। हमारे पास में ही एक संत रामपाल जी महाराज जी के शिष्य आशुतोष भगत जी रहते थे। उनसे मुझे पता चला कि संत रामपाल जी महाराज जी से उपदेश लेने के बाद उन्होंने शराब का सेवन करना बंद कर दिया था। उसके बाद मैंने भी संत रामपाल जी महाराज जी से नाम दीक्षा ले ली।

नाम दीक्षा लेने के बाद कृष्णा दास की जिंदगी में आये बदलाव

मुझे संत रामपाल जी महाराज जी से नाम दीक्षा लेने के बाद बहुत सारे लाभ मिले। मैं पहले बहुत शराब पीता था। एक दिन में 8-10 बोतल शराब की पी लेता था। शराब पीने के कारण मैं अच्छे से सो भी नहीं पाता था। यदि मैं सो भी जाता था तो रात को 12:00 बजे वापस उठ जाता था मुझे अच्छे से नींद नहीं आ पाती थी। जैसे मैं उठता फिर से शराब पीने लग जाता था। इस तरह से मैं बहुत ज्यादा शराब का सेवन करता था। बंदीछोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज जी से नाम दीक्षा लेने के बाद मेरी शराब पूर्ण रूप से छूट गई। मांस-मच्छी का भी मैं सेवन करता था वह भी बंदीछोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज की दया से छूट गया। पहले मुझे बहुत मानसिक परेशानी रहती थी, दिमाग में इतनी अधिक टेंशन रहती थी कि मैं कुछ समझ नहीं पाता था। गुस्सा बहुत आता था। किसी पर भी मैं गुस्सा करने लग जाता था लेकिन अब बंदी छोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज की दया से यह सारी समस्याएं दूर हो चुकी हैं। मैं अपने जीवन में बहुत खुश हूँ। यह मेरे लिए सबसे बड़ा चमत्कार है।

कृष्णा दास जी का नाम लेने से पहले और बाद का अनुभव

संत रामपाल जी महाराज जी से नाम दीक्षा लेने से पहले का अनुभव साझा करते हुए कृष्णा दास जी बताते हैं कि जब मैं बालाजी की भक्ति, हनुमान चालीसा आदि किया करता था, तब भी मैं नशे को नहीं छोड़ पा रहा था। मैं मानसिक तनाव के कारण दु:खी रहता था। किसी पर भी गुस्सा करने लग जाता था। लेकिन जब मैंने संत रामपाल जी महाराज जी से उपदेश लिया, उनके द्वारा बताई गई भक्ति करी तो मेरी सारी बुराईयां अपने आप दूर होती चली गईं। क्योंकि संत रामपाल जी महाराज जो सत्संग सुनाते हैं, नाम दीक्षा देते हैं वह पूर्ण परमात्मा का है। यह केवल संत रामपाल जी महाराज की ही दया है जिससे आज हमें पूर्ण परमात्मा का उपदेश मिला गया। वे ही पूर्ण परमात्मा हैं। संत रामपाल जी ही पूर्ण परमात्मा के रूप में धरती पर अवतार लिए हुए हैं। उन्हें हम तब समझ पाए जब हमकों नाम उपदेश मिला। मंत्रों के जाप करने से जो लाभ मिलने लगा तब हमकों यकीन हो गया कि कि संत रामपाल जी महाराज कोई साधारण गुरु नहीं बल्कि पूर्ण परमात्मा हैं।

कृष्णा दास का समाज को सन्देश

कृष्णा दास जी कहते हैं कि भगत समाज से मेरी प्रार्थना है कि संत रामपाल जी महाराज द्वारा बताई गई भक्ति साधना एकदम सत्य है, वे पूर्ण परमात्मा की भक्ति मंत्र जाप बताते हैं जिससे पूर्ण लाभ प्राप्त होता है। आप भी संत रामपाल जी महाराज जी का सत्संग सुने, उनके द्वारा लिखी गई पुस्तकें पढ़ें और उनसे नाम दीक्षा लेकर अपना कल्याण करवाएं। वर्तमान में संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेना बहुत आसान हैं। संत रामपाल जी महाराज जी के अनेकों टीवी चैनल पर सत्संग आते हैं, सत्संग के दौरान नंबर दिए जाते हैं आप उन नंबर पर संपर्क करें और अपने नजदीकी नामदान सेंटर का पता करके आप वहां जाकर निःशुल्क नाम दीक्षा ले सकते हैं।

सारांश

"सतभक्ति से लाभ-Benefits by True Worship" प्रोग्राम में बताया गया कि "संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेने के बाद लोगों को लाभ हो रहे हैं" पूर्णतः सत्य हैं। जिसका आप चाहें तो निरीक्षण भी कर सकते हैं। आज संत रामपाल जी महाराज जी के करोड़ों अनुयाई हैं और ऐसे लाखों उदाहरण हैं जिनको संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेने के बाद बहुत सारे लाभ मिले हैं। संत रामपाल जी महाराज द्वारा बताई गई भक्ति से कैंसर, एड्स व अन्य लाइलाज बीमारियां भी ठीक हो जाती हैं। क्योंकि धर्मग्रंथ ऋग्वेद मण्डल 10 सूक्त 161 मंत्र 2, 5, सूक्त 162 मंत्र 5 और सूक्त 163 मंत्र 1-3 में प्रमाण है कि हर बीमारी का इलाज सतभक्ति से ही संभव है, साथ ही वह परमात्मा अपने साधक की अकाल मृत्यु तक टाल सकता है और उसे 100 वर्ष की आयु प्रदान करता है तथा उस परमात्मा की सतभक्ति से असाध्य रोग भी ठीक हो जाते हैं।


संत रामपाल जी महाराज का ज्ञान पवित्र वेद, पवित्र धर्मग्रंथों के अनुसार है और पवित्र गीता जी अध्याय 4 श्लोक 34 में जिस तत्वदर्शी संत के बारे में जिक्र आया है वह तत्वदर्शी संत कोई ओर नहीं संत रामपाल जी महाराज ही हैं। तो देर ना करते हुए आप भी संत रामपाल जी महाराज जी का ज्ञान समझे और उनसे नाम दीक्षा लेकर मोक्ष मार्ग प्राप्त करें और 84 लाख योनियों के जन्म मरण से छुटकारा पाएं।

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