पवन कुमार (Pawan Kumar) की आपबीती, संत रामपाल जी महाराज से नाम उपदेश लेने के बाद हुए जीवन में आईं खुशियां

संत रामपाल जी महाराज एक ऐसा नाम जो आध्यात्मिक जगत के सच्चे संत हैं और सबसे बड़ी बात समाज सुधार के लिए प्रयत्नशील समाज सुधारक (Social reformer) हैं। संत रामपाल जी लाखों लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत हैं। साथ ही, उनका ज्ञान अद्वितीय है और सबसे बड़ी बात यह है कि वे सभी पवित्र धर्मग्रंथों के अनुसार सही भक्ति विधि बताते हैं।

सतभक्ति से लाभ प्रोग्राम द्वारा समाज के ऐसे लोगों को सामने लाया गया जो न जाने कितनी समस्याओं से जूझ रहे थे, लेकिन संत रामपाल जी महाराज द्वारा बताई गई सद्भक्ति से उनकी सभी समस्याएं खत्म हो गईं और उन्हें एक नई ज़िंदगी मिली जो आज लाखों लोगों के लिए उदाहरण हैं। तो आज हम आपको एक ऐसे ही एक व्यक्ति की कहानी से परिचित करवाएंगे जिनको संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेकर सतभक्ति करने से न केवल आध्यात्मिक लाभ बल्कि शारीरिक और आर्थिक लाभ भी मिला।

"सतभक्ति से लाभ-Benefits by True Worship" की थीम इस प्रकार है

1. पवन कुमार (Pawan Kumar) जी की आपबीती

2. संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेने की प्रेरणा

3. नाम दीक्षा लेने के बाद कि जिंदगी में आये बदलाव

4. नाम लेने से पहले और बाद का अनुभव

5. मेरा समाज को संदेश

6. सारांश


पवन कुमार (Pawan Kumar) जी की आपबीती


मेरा नाम पवन कुमार (Pawan Kumar) है। मैं पहले कैथल हरियाणा में और वर्तमान में अब गांव जोधा, जिला लुधियाना पंजाब में रहता हूं। मैं बचपन से बालाजी की भक्ति करता था। उसके बाद राधास्वामी डेरा ब्यास से भी जुड़ा। हम 1986 से राधास्वामी पंथ से जुड़े हुए थे। सन् 1989 में हमने नाम लिया और 1995 में सेवा में लग गए।  लगभग हमनें वहाँ पर 28 साल भक्ति और सेवा की।

राधा स्वामी पंथ के महाराज चरण सिंह से हमने नाम दीक्षा ले रखी थी। 28 साल तक मैं यहां भक्ति व सेवा करता रहा लेकिन कोई लाभ नहीं मिला। न भूत प्रेत बाधा दूर हुई, न कोई आर्थिक लाभ हुआ और न ही कोई शारीरिक लाभ मिल पा रहा था। मन में किसी भी प्रकार की कोई शांति नहीं थी। घर मे किसी प्रकार की कोई सुख शांति नहीं मिल रही थी। नानक देव जी कहते है कि नाम लेने से सुख हो जाता हैं। तो मैं सोचता था कि मैंने नाम भी लिया है लेकिन कोई सुख क्यों नहीं हो रहा है। कुछ पता नहीं लगता था, कुछ समझ नहीं आ रहा था।


संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेने की प्रेरणा


संत रामपाल जी महाराज जी से नाम दीक्षा लेने की प्रेरणा मुझे सत्संग सुन कर हुई। मैं एक दिन टीवी पर संत रामपाल जी महाराज जी का सत्संग देख रहा था। 5-7 मिनिट का ही सत्संग था तो उसमें संत रामपाल जी महाराज जी कह रहे थे कि महाभारत के युद्ध में श्रीकृष्ण के शरीर में काल प्रवेश करके गीता जी का ज्ञान दे रहा था तो यह बात सुनकर मुझे झटका लगा। हम तो यही सोचते थे कि श्री कृष्ण जी ही गीता का ज्ञान बोल रहे हैं। गुरुजी संत रामपाल जी महाराज जी बता रहे थे युद्ध के मैदान में ज्ञान का क्या काम। उसके बाद सत्संग खत्म हो गया और मुझे नहीं पता था कि यह संत जी कौन हैं?

दूसरे दिन मैं टीवी पर सत्संग देखने लगा लेकिन मुझे नहीं मिला लगभग 3 महीने हो गए थे मैंने सभी चैनल खोज डाले लेकिन सत्संग नहीं मिला। उसके बाद हमारे रिश्तेदार हरियाणा जींद से जो संत रामपाल जी महाराज जी से नाम दीक्षा ले रखे थे तो उन्होंने बताया चर्चा के दौरान की संत रामपाल जी महाराज जी का सत्संग साधना चैनल पर आता है। उसके बाद मैंने सत्संग देखना शुरू किया तो उसमें संत रामपाल जी महाराज जी राधास्वामी पंथ के बारे में बता रहे थे। उसमें जो 5 नाम मन्त्र दिए जाते हैं वह काल के हैं। वह सभी प्रमाण सहित बता रहे थे जिसको सुनने के बाद मुझे एकदम से झटका लगा की मैं तो काल की भक्ति कर रहा था, जिससे मुझे सुख कहा से होना था। मैंने उसी दिन से उन मंत्रो का जाप करना छोड़ दिया और लगातार सत्संग देखने लगा। फिर मेरी एक साल बाद नाम लेने की इच्छा हुई लेकिन संत रामपाल जी महाराज के साथ एक घटना घटित हो गई थी, जिससे आश्रम बन्द हो गया था। टीवी पर जो पीली पट्टी आती है उस पर नम्बर आते हैं उन पर कॉल किया तो पता चला कि लुधियाना में नामदान सेंटर है तो वहाँ से मैनें नाम दीक्षा ली।

नाम दीक्षा लेने के बाद कि जिंदगी में आये बदलाव

संत रामपाल जी महाराज जी से नाम दीक्षा लेने के बाद बहुत लाभ हुए। मुझे जो भूत प्रेत बाधा, जो तनाव था उससे मैं सो नहीं पाता था। मानसिक रूप से तनाव रहता था। लेकिन जैसे ही मैंने संत रामपाल जी महाराज जी का ज्ञान सुना, उनसे उपदेश लिया। मात्र 10 दिन में मेरी सारी तकलीफ दूर हो गई। मेरे गुर्दे और किडनी से खून आता था मैंने डॉक्टर परमेन्द्रह सिंह, लुधियाना को दिखाया, जिनकी मैं लगभग 3 साल से दवाईयां ले रहा था। लेकिन संत रामपाल जी महाराज जी की शरण में जाने से सब कुछ बंद हो गया। संत रामपाल जी महाराज जी द्वारा बताई गई सच्ची साधना, उनके द्वारा दिये गए मंत्रो में इतनी जबरदस्त शक्ति है जिससे सभी बीमारियों, दुःखों का अंत हो जाता है। संत रामपाल जी महाराज जी सभी शास्त्रों में प्रमाण सहित बताते हैं पूर्ण परमात्मा कबीर साहेब जी हैं जिनकी भक्ति करने से सभी दुःखों का अंत हो जाता है।


नाम लेने से पहले और बाद का अनुभव

28 साल से मैं राधा स्वामी पंथ से जुड़ा हुआ था लेकिन वहाँ से मुझे किसी भी प्रकार का कोई सुख व लाभ नहीं मिला क्योंकि उस पंथ द्वारा काल/ज्योति निरंजन की 5 मंत्रों द्वारा भक्ति बताई जाती है जो गलत है। गीता जी मैं स्वयं काल श्रीकृष्ण जी शरीर में प्रवेश करके किसी अन्य प्रभु की भक्ति करने को कह रहा है जो वर्तमान मे संत रामपाल जी महाराज जी बता रहे हैं। 

संत रामपाल जी महाराज जी सभी शास्त्रों में प्रमाण बताकर सच्ची साधना व मन्त्र बता रहे हैं जिनके करने से सभी दुःखों का अंत हो जाता है और संत रामपाल जी महाराज जी द्वारा बताई गई भक्ति साधना एकदम सत्य है। उनसे नाम उपदेश लेने के लिए किसी भी प्रकार का कोई पैसा नहीं लिया जाता बल्कि सच्ची साधना द्वारा आर्थिक स्थिति में सुधार और सभी प्रकार के सुख इन मंत्रों द्वारा स्वतः ही होने लगते हैं। संत रामपाल जी महाराज जी ही वर्तमान में सच्चे गुरु हैं जो सच्ची भक्ति बता रहे हैं।


मेरा समाज को सन्देश

मैं भक्त समाज से यह निवेदन करना चाहूंगा कि संत रामपाल जी महाराज जी द्वारा बताई गई साधना एक दम शास्त्र प्रमाणित है। वे किसी की निंदा नहीं करते हैं बल्कि सतमार्ग बता रहे हैं। आप जी एक बार उनका सत्संग सुने, अपने धर्मग्रंथों से मिलान करें और देखें की वाकई में क्या सच है और उनसे नाम दीक्षा लेकर अपने जीवन का कल्याण करायें। वर्तमान समय में संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेना बहुत ही आसान है। संत रामपाल जी महाराज जी के सत्संग जितने भी टीवी चैनल पर आते हैं उनके नीचे नंबर आते हैं आप उन नंबर पर संपर्क करके अपने नजदीकी नाम दान सेंटर का पता करें और आप वहां जाकर नि:शुल्क नाम दीक्षा ले सकते हैं।

सारांश


"सतभक्ति से लाभ-Benefits by True Worship" प्रोग्राम में बताया गया कि "संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेने के बाद लोगों को लाभ हो रहे हैं" पूर्णतः सत्य हैं। जिसका आप चाहें तो निरीक्षण भी कर सकते हैं। आज संत रामपाल जी महाराज जी के करोड़ों अनुयाई हैं और ऐसे लाखों उदाहरण हैं जिनको संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेने के बाद बहुत सारे लाभ मिले हैं। 


संत रामपाल जी महाराज द्वारा बताई गई भक्ति से कैंसर, एड्स व अन्य लाइलाज बीमारियां भी ठीक हो जाती हैं। क्योंकि धर्मग्रंथ ऋग्वेद मण्डल 10 सूक्त 161 मंत्र 2, 5, सूक्त 162 मंत्र 5 और सूक्त 163 मंत्र 1-3 में प्रमाण है कि हर बीमारी का इलाज सतभक्ति से ही संभव है, साथ ही वह परमात्मा अपने साधक की अकाल मृत्यु तक टाल सकता है और उसे 100 वर्ष की आयु प्रदान करता है तथा उस परमात्मा की सतभक्ति से असाध्य रोग भी ठीक हो जाते हैं। संत रामपाल जी महाराज का ज्ञान पवित्र वेद, पवित्र शास्त्रों के अनुसार है और पवित्र गीता जी अध्याय 4 श्लोक 34 में जिस तत्वदर्शी संत के बारे में जिक्र आया है वह तत्वदर्शी संत कोई ओर नहीं संत रामपाल जी महाराज ही हैं। तो देर ना करते हुए आप भी संत रामपाल जी महाराज जी का ज्ञान समझे और उनसे नाम दीक्षा लेकर मोक्ष मार्ग प्राप्त करें और 84 लाख योनियों के जन्म मरण से छुटकारा पाएं।

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