सतभक्ति से लाभ प्रोग्राम द्वारा समाज के ऐसे लोगों को सामने लाया गया जो न जाने कितनी समस्याओं से जूझ रहे थे, लेकिन संत रामपाल जी महाराज द्वारा बताई गई सद्भक्ति से उनकी सभी समस्याएं खत्म हो गईं और उन्हें एक नई ज़िंदगी मिली जो आज लाखों लोगों के लिए उदाहरण हैं। तो आज हम आपको एक ऐसे ही एक व्यक्ति की कहानी से परिचित करवाएंगे जिनको संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेकर सतभक्ति करने से न केवल आध्यात्मिक लाभ बल्कि शारीरिक और आर्थिक लाभ भी मिला।
"सतभक्ति से लाभ-Benefits by True Worship" की थीम इस प्रकार है:-
1. गंगाराम पांचाल (Gangaram Panchal) जी की आपबीती
2. संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेने की प्रेरणा
3. नाम दीक्षा लेने के बाद कि जिंदगी में आये बदलाव
4. नाम लेने से पहले और बाद का अनुभव
5. मेरा समाज को संदेश
6. सारांश
गंगाराम पांचाल (Gangaram Panchal) जी की आपबीती
संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेने की प्रेरणा
नाम दीक्षा लेने के बाद कि जिंदगी में आये बदलाव
संत रामपाल जी महाराज जी से उपदेश लेने के बाद मुझे सबसे बड़ा लाभ यह हुआ कि मुक्ति के लिए जिस परमात्मा के लिए मैं इधर उधर भटक रहा था। वह रास्ता मुझे संत रामपाल जी महाराज जी द्वारा मिल गया। मुझे पूर्ण परमात्मा की सच्ची भक्ति मिल गई, जिससे मानव जीवन का उद्धार होना है। इसके अलावा 19 साल से हमारे जमीन का मुकदमा चल रहा था मैं तारीख पर जाता था। मजदूर था रोज कमाता था रोज तारीख में जाता था। मुझे आर्थिक रूप से बहुत परेशानियां हो रही थी। अपने भांजे से बोलता था कि मैंने संत रामपाल जी महाराज जी से उपदेश ले लिया, भक्ति भी कर रहा हूं लेकिन मुझे कोई लाभ नहीं मिल रहा तो उन्होंने बोला कि आप केवल भक्ति पर ध्यान दीजिए और सब संत रामपाल जी महाराज पर छोड़ दीजिए। 27-7-2018 को मुझे सतनाम मिला और 30-7-2018 को तारीख पड़ी तो मैं वहां कोर्ट में तारीख पर गया। परमात्मा की दया से ऐसा माहौल बना कि उसी दिन केस फाइनल हो गया। सतनाम मिलने के ठीक तीन दिन बाद ही सबकुछ परमात्मा सतगुरु रामपाल जी महाराज की दया से मुकदमा का मामला ठीक हो गया।
लेकिन बंदीछोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज की दया से अब सब कुछ ठीक हो गया। आर्थिक स्थिति भी बिल्कुल ठीक है। संत रामपाल जी महाराज जी से उपदेश लेने से पहले मैं बहुत शराब पीता था। डॉक्टर को भी दिखाया कई जगह, इधर-उधर भटका लेकिन कुछ नहीं हुआ। सब दवा देकर बस यहीं बोलते थे कि यह ले लो तुम्हारी शराब की लत छूट जाएगी। लेकिन कुछ भी फायदा नहीं होता था। संत रामपाल जी महाराज जी से नाम लेने के दूसरे दिन ही मेरी शराब की लत अपने आप ही ऐसे छूट गई जैसे कोई चमत्कार हो गया हो। अब मेरा बिल्कुल भी शराब पीने का मन नहीं होता, इसके साथ ही मेरे घर का क्लेश भी समाप्त हो गया.
नाम लेने से पहले और बाद का अनुभव
संत रामपाल जी महाराज जी से नाम दीक्षा लेने से पहले मैं राजेंद्र सिंह जी महाराज जी से 3 साल तक जुड़ा रहा उनके द्वारा बताए गए भक्ति करता रहा और सत्संग में जाया करता था। लेकिन मुझे वहां से ऐसा कोई ज्ञान प्राप्त नहीं हुआ जिससे में परमात्मा को प्राप्त कर सकूं। न ही मेरी शराब की लत छूट रही थी। शराब की लत के कारण दिनों दिन आर्थिक स्थिति बिगड़ती जा रही थी। घर में अशांति होने के साथ हर दिन लड़ाई झगड़ा होता रहता था। परमात्मा की चाहत में मैं इधर-उधर भटकता रहता था। पंडित से पूछता था तो कोई कुछ बताता था, कोई कुछ। लेकिन मुझे कहीं से भी कुछ रास्ता नजर नहीं आ रहा था।
लेकिन जब संत रामपाल जी महाराज जी से नाम दीक्षा ली तो मुझे लगा कि वाकई में यहीं सच्चा ज्ञान हैं। जिससे परमात्मा को प्राप्त कर सकते हैं। मानव जीवन का उद्धार तो इसी सच्ची साधना से हो सकता है। संत रामपाल जी महाराज जी के उपदेश लेने के बाद दूसरे दिन ही मुझे शराब पीने का मन नहीं हुआ हैं जैसे कोई चमत्कार हो गया। क्योंकि संत रामपाल जी महाराज द्वारा बताई गई साधना एकदम सत्य है जोकि सभी शास्त्रों द्वारा प्रमाणित है। उनके ज्ञान में किसी भी तरह की कोई भी मनघड़न्त बात नहीं हैं। आत्मा से परमात्मा का मिलन संत रामपाल जी महाराज जी द्वारा बताई गई सच्ची साधना से हो रहा है और अपने आप ही नशा भी छूट जाता है।
मेरा समाज को सन्देश
मैं हाथ जोड़कर सभी भाई बहनों से केवल निवेदन कर सकता हूं कि इस संसार में रहने वाले सभी भाई-बहन को किसी ना किसी बात का दुख है। इस दु:ख से दूर होने के लिए एक बार संत रामपाल जी महाराज जी से उपदेश लेकर देखें। उनके द्वारा बताये गए भक्ति मार्ग पर चलकर देखें। आपके दु:ख दूर हो ही जायेंगे और नशे जैसी बुराइयों से भी छुटकारा मिल जाएगा। संत रामपाल जी महाराज जी से उपदेश लेने पर आपका कल्याण हो जाएगा। वहीं संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेना बहुत ही आसान है। वर्तमान समय में संत रामपाल जी महाराज जी के सत्संग जितने भी टीवी चैनल पर आते हैं उनके नीचे नंबर आते हैं। आप उन नंबर पर संपर्क करके अपने नजदीकी नामदान सेंटर का पता करें और आप वहां जाकर नि:शुल्क नाम दीक्षा ले सकते हैं।
0 Comments