मुकेश कुमार गुप्ता (Mukesh Kumar Gupta) जी की आपबीती, संत रामपाल जी महाराज से प्राप्त सतभक्ति से जीवन हुआ सुखी

जानिए सतभक्ति से प्राप्त हुए लाभ-Benefits of True Worship के बारे में मुकेश कुमार गुप्ता (Mukesh Kumar Gupta) जी की आप बीती संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेने के बाद

संत रामपाल जी महाराज एक ऐसा नाम जो आध्यात्मिक जगत के सच्चे संत हैं और सबसे बड़ी बात समाज सुधार के लिए प्रयत्नशील समाज सुधारक (Social reformer) हैं। संत रामपाल जी लाखों लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत हैं। साथ ही, उनका ज्ञान अद्वितीय है और सबसे बड़ी बात यह है कि वे सभी पवित्र धर्मग्रंथों के अनुसार सही भक्ति विधि बताते हैं।

सतभक्ति से लाभ प्रोग्राम द्वारा समाज के ऐसे लोगों को सामने लाया गया जो न जाने कितनी समस्याओं से जूझ रहे थे, लेकिन संत रामपाल जी महाराज द्वारा बताई गई सद्भक्ति से उनकी सभी समस्याएं खत्म हो गईं और उन्हें एक नई ज़िंदगी मिली जो आज लाखों लोगों के लिए उदाहरण हैं। तो आज हम आपको एक ऐसे ही एक व्यक्ति की कहानी से परिचित करवाएंगे जिनको संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेकर सतभक्ति करने से न केवल आध्यात्मिक लाभ बल्कि शारीरिक और आर्थिक लाभ भी मिला।


सतभक्ति से लाभ-Benefits of True Worship की थीम इस प्रकार है


  • 1. मुकेश कुमार गुप्ता (Mukesh Kumar Gupta) जी की आपबीती
  • 2. संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेने की प्रेरणा
  • 3. नाम दीक्षा लेने के बाद कि जिंदगी में आये बदलाव
  • 4. नाम लेने से पहले और बाद का अनुभव
  • 5. मेरा समाज को संदेश
  • 6. सारांश


मुकेश कुमार गुप्ता (Mukesh Kumar Gupta) जी की आपबीती

मेरा नाम मुकेश कुमार गुप्ता (Mukesh Kumar Gupta) है। मैं बरेली कटघर, उत्तरप्रदेश से हूँ। पहले हम मरघट की पूजा करते थे। हम मरघट को करेली चढ़ाते थे, शराब चढ़ाते थे, पुली चढ़ाते थे, मुर्गा की भेंट देते थे। ये सब क्रिया करते थे और साथ बैठकर खाते-पीते थे। मैं खुद तांत्रिक था, लोगों की परेशानियां दूर करता था। लोगबाग मेरे पास आते थे उनकी परेशानियां दूर हो जाती थीं। 

संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेने की प्रेरणा

मैंने संत रामपाल जी महाराज जी से नामदीक्षा 2017 में ली थी। ऐसा था कि मैं लोगों की परेशानियां दूर करता था, लोग मेरे पास आते थे। ये करते-करते एक दिन मैं खुद बीमार हो गया। मैं इतना बीमार हो गया था कि टट्टी-पेशाब भी खटिया में करता था। इससे पहले संत रामपाल जी महाराज के कुछ भक्त थे वो मुझसे कहते थे कि भैया नामदीक्षा ले लो तो मैं कहता हटो! तुम खुद मेरे पास आते थे। अपना इलाज करवाते थे, पूजा करवाते थे, मुर्गा चढ़वाते थे, सब काम करवाते थे। वो सब करते-करते मैं इतना ज्यादा बीमार हो गया था कि मेरी किडनी फेल हो गयी, मुझे पीलिया हो गया, टीबी हो गया। डॉक्टर ने भी कह दिया था कि इन्हें घर ले जाओ और खिलाओ-पिलाओ, इनके बचने की उम्मीद नहीं है। तो एक मुन्ना भक्त जी थे वो बोले कि आप जा तो ऐसे ही रहे हो तो एक बार मेरे गुरुजी संत रामपाल जी महाराज जी से नामदीक्षा ले लो तो मैंने फिर संत रामपाल जी महाराज जी से नामदीक्षा ले ली। 

नाम दीक्षा लेने के बाद जिंदगी में आए बदलाव

संत रामपाल जी महाराज जी से नामदीक्षा लेने के बाद बिना दवा के बस उनके दिए मन्त्रों के जाप से ही मैं बिल्कुल ठीक हो गया। आज किसी प्रकार आवेशन नहीं है। मुझे नामदीक्षा दिलाने के लिए भक्त और मेरे घर वाले 4 लोग टेम्पो में डालकर लाये थे। बड़ी मुश्किल से मैंने नामदीक्षा ली। मैं सुन नहीं पा रहा था और लेटकर ही मैंने नामदीक्षा ली थी बैठ भी नहीं पा रहा था मुझे भक्त उठा-उठाकर बैठा रहे थे। तब नामदीक्षा लेने के बाद मैं घर गया। मेरी घरवाली ने भी नाम लिया था वो ज्योत जलाती और सबकुछ करती थी। मैं कुछ नहीं कर पाता था, लेटा ही रहता था। 2 महीने तक मैंने भक्ति करी ही नहीं तो भक्त लोग आए और बोले भक्त जी कुछ तो भक्ति करिए तो फिर थोड़ी-थोड़ी मैंने भक्ति करी, दण्डवत प्रणाम किया। जिस दिन दण्डवत प्रणाम किया उस दिन से धीरे-धीरे मैं ठीक होता चला गया और आज संत रामपाल जी महाराज की दया से मैं बिल्कुल ठीक हूँ। मेरी पत्नी को कैंसर हो गया था। सब जगह उनको दिखाया। मुझे पता था कैंसर हो गया था लेकिन फिर उसे नामदीक्षा लेने की वजह से कैंसर नहीं आया।

आज हम सब ठीक हैं। काम धंधा भी सही चल रहा है। पहले काम-धन्धा भी सही नहीं चलता था। हम लोगों को लूटा करते थे। किसी को पकड़ लिया 1000 ले लिए, किसी को पकड़ लिया 500 ले लिया, किसी के पेट में दर्द हो गया तो उससे पैसे ले लिए और अब डर लगता है लूटा-मारी से। आराम से संत रामपाल जी महाराज की बताई हुई भक्ति करते हैं। अब लूटा-मारी नहीं करते, अपना काम खुद करते हैं। अब मैं कारीगरी और ठेकेदारी का काम करता हूँ। पहले मैं बहुत नशा करता था लेकिन अब मेरा नशा वगैरह सब छूट गया। पान, बीड़ी, सिगरेट आदि किसी भी नशे की कभी इच्छा नहीं होती कि नशा करें और ना ही जिंदगी में कभी करेंगे। अब तो नशे से डर लगता है और संत रामपाल जी महाराज की दया से लाभ ही लाभ हैं। स्वास्थ्य सभी का ठीक है, घर मे बरकत है और काम-धंधा भी अच्छा चल रहा है।  

नाम लेने से पहले और बाद का अनुभव

मेरी किडनी खराब हो चुकी थी, मुझे पीलिया और टीवी भी हो गया था। मैं इतना ज्यादा बीमार था कि मल-मूत्र भी चारपाई पर ही करता था। पूरे दिन लेटा ही रहता था, बैठा भी नहीं जाता था। डॉक्टर ने भी कह दिया था कि अब मैं नहीं बच सकता। फिर मैंने संत रामपाल जी महाराज की शरण ग्रहण की। उन्होंने जो मंत्र दीक्षा दिए उनका जाप करना शुरू किया तो उन मन्त्रों की शक्ति से धीरे-धीरे मेरी सारी बीमारियां दूर हो गईं। मुझे संत रामपाल जी महाराज जी ने नया जीवनदान प्रदान किया। आज मैं संत रामपाल जी महाराज की दया से बिल्कुल ठीक हूँ।

मेरा समाज को संदेश

जो लोग मेरी तरह बीमार हैं और संत रामपाल जी महाराज की शरण ग्रहण करना चाहते हैं वो साधना चैनल शाम 7:30 बजे रोजाना जरूर देखें। सत्संग में नीचे एक पीली पट्टी चलती है जिस पर आश्रम के नम्बर लिखे होते हैं जिन पर सम्पर्क करके आप अपने नजदीकी नामदान केंद्र का पता प्राप्त करके वहां जाकर संत रामपाल जी महाराज की शरण ग्रहण कर सकते हैं। जैसे मेरी सारी बीमारियां दूर हो गईं और मैं आज बिल्कुल ठीक हूँ वैसे ही आप सब भी ठीक हो सकते हो। मेरे बारे में डॉक्टरों ने बोल दिया था कि ये सही नहीं हो सकते हैं इनको ले जाओ। फिर परमात्मा संत रामपाल जी महाराज जी से नामदीक्षा लेने के बाद मैं सही हुआ वैसे ही आप भी सही हो सकते हैं। संत रामपाल जी महाराज ने मुझे दुबारा जीवनदान दिया है। पहले तो हम खत्म हो चुके थे अब नया जीवनदान मिला है। अब संत रामपाल जी महाराज की बताई भक्ति कर रहे हैं और सही हैं।

सारांश

"सतभक्ति से लाभ-Benefits by True Worship" प्रोग्राम में बताया गया कि "संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेने के बाद लोगों को लाभ हो रहे हैं" पूर्णतः सत्य हैं। जिसका आप चाहें तो निरीक्षण भी कर सकते हैं। आज संत रामपाल जी महाराज जी के करोड़ोंअ नुयाई हैं और ऐसे लाखों उदाहरण हैं जिनको संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेने के बाद बहुत सारे लाभ मिले हैं। 

संत रामपाल जी महाराज द्वारा बताई गई भक्ति से कैंसर, एड्स व अन्य लाइलाज बीमारियां भी ठीक हो जाती हैं। क्योंकि धर्मग्रंथ ऋग्वेद मण्डल 10 सूक्त 161 मंत्र 2, 5, सूक्त 162 मंत्र 5 और सूक्त 163 मंत्र 1-3 में प्रमाण है कि हर बीमारी का इलाज सतभक्ति से ही संभव है, साथ ही वह परमात्मा अपने साधक की अकाल मृत्यु तक टाल सकता है और उसे 100 वर्ष की आयु प्रदान करता है तथा उस परमात्मा की सतभक्ति से असाध्य रोग भी ठीक हो जाते हैं। संत रामपाल जी महाराज का ज्ञान पवित्र वेद, पवित्र शास्त्रों के अनुसार है और पवित्र गीता जी अध्याय 4 श्लोक 34 में जिस तत्वदर्शी संत के बारे में जिक्र आया है वह तत्वदर्शी संत कोई ओर नहीं संत रामपाल जी महाराज ही हैं। तो देर ना करते हुए आप भी संत रामपाल जी महाराज जी का ज्ञान समझे और उनसे नाम दीक्षा लेकर मोक्ष मार्ग प्राप्त करें और 84 लाख योनियों के जन्म मरण से छुटकारा पाएं।

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