पवन कुमार (Pawan Kumar) की आपबीती, संत रामपाल जी महाराज से नाम उपदेश लेने के बाद सतभक्ति से हुए लाभ

संत रामपाल जी महाराज एक ऐसा नाम जो आध्यात्मिक जगत के सच्चे संत हैं और सबसे बड़ी बात समाज सुधार के लिए प्रयत्नशील समाज सुधारक (Social reformer) हैं। संत रामपाल जी लाखों लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत हैं। साथ ही, उनका ज्ञान अद्वितीय है और सबसे बड़ी बात यह है कि वे सभी पवित्र धर्मग्रंथों के अनुसार सही भक्ति विधि बताते हैं।
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सतभक्ति से लाभ प्रोग्राम द्वारा समाज के ऐसे लोगों को सामने लाया गया जो न जाने कितनी समस्याओं से जूझ रहे थे, लेकिन संत रामपाल जी महाराज द्वारा बताई गई सद्भक्ति से उनकी सभी समस्याएं खत्म हो गईं और उन्हें एक नई ज़िंदगी मिली जो आज लाखों लोगों के लिए उदाहरण हैं। तो आज हम आपको एक ऐसे ही एक व्यक्ति की कहानी से परिचित करवाएंगे जिनको संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेकर सतभक्ति करने से न केवल आध्यात्मिक लाभ बल्कि शारीरिक और आर्थिक लाभ भी मिला।


"सतभक्ति से लाभ-Benefits by True Worship" की थीम इस प्रकार है:-


1. पवन कुमार (Pawan Kumar) जी की आपबीती

2. संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेने की प्रेरणा

3. नाम दीक्षा लेने के बाद कि जिंदगी में आये बदलाव

4. नाम लेने से पहले और बाद का अनुभव

5. मेरा समाज को संदेश

6. सारांश



पवन कुमार (Pawan Kumar) जी की आपबीती

मेरा नाम पवन कुमार (Pawan Kumar) है। मैं दिल्ली का रहने वाला हूं। संत रामपाल जी महाराज से नाम उपदेश लेने से पहले हिंदू धर्म में होती आ रही पारंपरिक भक्ति ही किया करता था लेकिन इस भक्ति से मुझे कुछ भी लाभ नहीं मिला। मैं बहुत ज्यादा परेशान था। हमें जो कोई कहीं भी मंदिर में जाने को कहता वहीं जाते, लेकिन कहीं से राहत नहीं मिली। बच्चे परेशान रहते थे और मैं खुद भी नशा करता था। मेरी पत्नी को सिर में बहुत ज्यादा परेशानी थी। डॉक्टर को दिखाया तो उन्होंने नॉर्मल बताया लेकिन वह कहती थी कि उसके सिर में बहुत ज्यादा दर्द रहता है। माइग्रेन की शिकायत थी। मेरा एक छोटा बेटा है उसको भी दौरे पड़ते थे। हम बहुत ज्यादा परेशान हो गए थे इतनी भक्ति साधना करने के बाद भी हमें कोई लाभ नहीं मिल रहा था।

संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेने की प्रेरणा

संत रामपाल जी महाराज से नाम उपदेश मैंने 17 फरवरी 2013 को लिया था। मुझे संत रामपाल जी महाराज से नाम उपदेश लेने की प्रेरणा उनके सत्संग सुनकर हुई। मैं नशे का बहुत ज्यादा आदि था और शाम को जब भी नशा करके आता था तो टीवी में संतों व बाबाओं के प्रवचन सुना करता था। एक दिन अचानक संत रामपाल जी महाराज जी का सत्संग लग गया, सत्संग में संत रामपाल जी महाराज हिंदू देवी देवताओं के बारे में बता रहे थे। मैं पहले से ही धार्मिक था और सद्ग्रंथों को मैं मानता था। जब मैंने संत रामपाल जी महाराज जी का सत्संग सुना तो मैंने मान लिया कि संत रामपाल जी महाराज जो बता रहे हैं वह बिल्कुल सही बता रहे हैं और यह सब सुनकर मेरा सारा नशा उतर गया। फिर मैंने 3-4 दिन लगातार सत्संग सुना और जब मुझे ज्ञान हो गया कि पूर्ण संत, संत रामपाल जी महाराज हैं और ये ही शास्त्रों के अनुसार सही भक्ति विधि बता रही हैं तो उसके बाद मैं बरवाला आश्रम में जाकर 17 फरवरी 2013 को नाम उपदेश लिया।

नाम दीक्षा लेने के बाद कि जिंदगी में आये बदलाव

संत रामपाल जी महाराज से नाम उपदेश लेने के बाद हमें बहुत लाभ मिले। मेरे बेटे को जो दौरे की शिकायत थी वह संत रामपाल जी महाराज से नाम उपदेश लेने के बाद ठीक हो गई। मेरी धर्मपत्नी को माइग्रेन की समस्या थी वह भी संत रामपाल जी महाराज से नाम उपदेश लेने के बाद बिल्कुल ठीक हो गई। मैं नशा करता था लेकिन जब संत रामपाल जी महाराज से नाम उपदेश लिया उसके बाद मैं नशे को हाथ तक नहीं लगाता।

नाम लेने से पहले और बाद का अनुभव

संत रामपाल जी महाराज हमें शास्त्रों के अनुसार सही भक्ति बताते हैं, जिससे हमें यहां के सुख तो मिलेंगे ही और मोक्ष में मिलेगा। आज तक किसी भी हिंदू धर्म गुरु ने यह नहीं बताया कि जिन देवी देवताओं की हम पूजा करते आए हैं, जिनको हम अविनाशी मानते हैं, उनका जन्म मरण होता है लेकिन संत रामपाल जी महाराज ने यह बात पवित्र शास्त्रों से प्रमाणित करके बताई है कि ब्रह्मा, विष्णु व महेश का भी जन्म मरण होता है ये तीनों देवता अविनाशी परमात्मा नहीं हैं और वे हमारे किसी भी पाप कर्म को नहीं काट सकते। बल्कि संत रामपाल जी महाराज द्वारा कबीर परमेश्वर की दी जा रही शास्त्रोक्त भक्ति से हमारे पाप कर्म स्वतः ही समाप्त हो जाते हैं, जिसका प्रमाण हमारे पवित्र चारों वेदों में है।

मेरा समाज को संदेश

मैं सभी लोगों से यही कहना चाहता हूं कि जैसे मैं पहले बहुत ज्यादा परेशान था लेकिन संत रामपाल जी महाराज की शरण में जाने के बाद मुझे बहुत सारे सुख मिले हैं और मैं आज बिल्कुल ठीक हूं। तो आप भी संत रामपाल जी महाराज जी का सत्संग सुनो, उनका ज्ञान समझकर नाम दीक्षा लो और अपना कल्याण करवाओ।

सारांश


"सतभक्ति से लाभ-Benefits by True Worship" प्रोग्राम में बताया गया कि "संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेने के बाद लोगों को लाभ हो रहे हैं" पूर्णतः सत्य हैं। जिसका आप चाहें तो निरीक्षण भी कर सकते हैं। आज संत रामपाल जी महाराज जी के करोड़ों अनुयाई हैं और ऐसे लाखों उदाहरण हैं जिनको संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेने के बाद बहुत सारे लाभ मिले हैं।

संत रामपाल जी महाराज द्वारा बताई गई भक्ति से कैंसर, एड्स व अन्य लाइलाज बीमारियां भी ठीक हो जाती हैं। क्योंकि धर्मग्रंथ ऋग्वेद मण्डल 10 सूक्त 161 मंत्र 2, 5, सूक्त 162 मंत्र 5 और सूक्त 163 मंत्र 1-3 में प्रमाण है कि हर बीमारी का इलाज सतभक्ति से ही संभव है, साथ ही वह परमात्मा अपने साधक की अकाल मृत्यु तक टाल सकता है और उसे 100 वर्ष की आयु प्रदान करता है तथा उस परमात्मा की सतभक्ति से असाध्य रोग भी ठीक हो जाते हैं। संत रामपाल जी महाराज का ज्ञान पवित्र वेद, पवित्र शास्त्रों के अनुसार है और पवित्र गीता जी अध्याय 4 श्लोक 34 में जिस तत्वदर्शी संत के बारे में जिक्र आया है वह तत्वदर्शी संत कोई ओर नहीं संत रामपाल जी महाराज ही हैं। तो देर ना करते हुए आप भी संत रामपाल जी महाराज जी का ज्ञान समझे और उनसे नाम दीक्षा लेकर मोक्ष मार्ग प्राप्त करें और 84 लाख योनियों के जन्म मरण से छुटकारा पाएं।

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