अनिल दास (Anil Das) की आपबीती, संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेने के बाद जीवन हुआ सुखी

संत रामपाल जी महाराज एक ऐसा नाम जो आध्यात्मिक जगत के सच्चे संत हैं और सबसे बड़ी बात समाज सुधार के लिए प्रयत्नशील समाज सुधारक (Social reformer) हैं। संत रामपाल जी लाखों लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत हैं। साथ ही, उनका ज्ञान अद्वितीय है और सबसे बड़ी बात यह है कि वे सभी पवित्र धर्मग्रंथों के अनुसार सही भक्ति विधि बताते हैं।

सतभक्ति से लाभ प्रोग्राम द्वारा समाज के ऐसे लोगों को सामने लाया गया जो न जाने कितनी समस्याओं से जूझ रहे थे, लेकिन संत रामपाल जी महाराज द्वारा बताई गई सद्भक्ति से उनकी सभी समस्याएं खत्म हो गईं और उन्हें एक नई ज़िंदगी मिली जो आज लाखों लोगों के लिए उदाहरण हैं। तो आज हम आपको एक ऐसे ही एक व्यक्ति की कहानी से परिचित करवाएंगे जिनको संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेकर सतभक्ति करने से न केवल आध्यात्मिक लाभ बल्कि शारीरिक और आर्थिक लाभ भी मिला।


"सतभक्ति से लाभ-Benefits by True Worship" की थीम इस प्रकार है


1. अनिल दास (Anil Das) जी की आपबीती

2. संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेने की प्रेरणा

3. नाम दीक्षा लेने के बाद कि जिंदगी में आये बदलाव

4. नाम लेने से पहले और बाद का अनुभव

5. मेरा समाज को संदेश

6. सारांश


अनिल दास (Anil Das) जी की आपबीती

मेरा नाम अनिल दास (Anil Das) है। मैं नरेला, दिल्ली का रहने वाला हूं। संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेने से पहले मैं ब्रह्मा, विष्णु, महेश की भक्ति करता था और अन्य जो हिंदू समाज में देवी देवताओं की भक्ति होती है वह भक्ति करता था लेकिन इनकी भक्ति से मुझे कुछ भी लाभ नहीं मिला। मेरे कान में इंफेक्शन था 8 साल से वह भी ठीक नहीं हो रहा था और न मेरी नौकरी लग रही थी। मैं नशा बहुत करता था और किसी भी प्रकार से मेरा नशा नहीं छूट रहा था।

संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेने की प्रेरणा

संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा मैंने सन् 2013 में ली। संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेने की प्रेरणा मुझे उनके सत्संग सुनकर हुई। मैं टीवी में अन्य संतों के सत्संग देखता रहता था। एक दिन टीवी पर संत रामपाल जी महाराज जी का सत्संग लग गया और जब मैंने सत्संग सुना तो संत रामपाल जी महाराज इन तीनों गुणों (ब्रह्मा, विष्णु, महेश) के बारे में बता रहे थे तो मैंने सोचा कि अरे यह संत सबसे अलग ज्ञान बता रहे हैं। फिर कुछ दिन मैंने संत रामपाल जी महाराज जी का लगातार सत्संग सुना और मुझे ज्ञान हुआ उसके बाद मैंने संत रामपाल जी महाराज से 2013 में नाम दीक्षा ले ली।

नाम दीक्षा लेने के बाद कि जिंदगी में आये बदलाव

संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेने के बाद मुझे बहुत सारे लाभ मिले। सबसे पहला लाभ तो मुझे यह मिला कि मैं घर पर ऐसे ही पड़ा रहता था। मुझे कोई भी नौकरी नहीं मिलती थी। लेकिन जब मैंने संत रामपाल जी महाराज से नाम लिया तो एक महीने के अंदर ही मेरी सरकारी नौकरी लग गई। संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेने से पहले मेरे कानों में इंफेक्शन था और मैंने बहुत सी जगह दिखाया, बहुत पैसा भी लगाया। लेकिन मेरा यह रोग ठीक नहीं हो रहा था। जब से मैंने संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा ली उसके बाद धीरे-धीरे मेरा इन्फेक्शन भी ठीक हो गया।


एक बार मैं मोटरसाइकिल से कहीं पर जा रहा था तो सामने से ट्रक से मेरा एक्सीडेंट हो गया और वह ट्रक मेरी मोटरसाइकिल के अगले पहिए पर चढ़ गया। मैं किसी तरह वहां से हट गया और दूसरी तरफ जाकर खड़ा हो गया। जब मैंने देखा तो मेरी मोटरसाइकिल के आगे का टायर पूरा मुड़ चुका था लेकिन मुझे कुछ भी नहीं हुआ था। मैंने बंदीछोड़ सतगुरु रामपाल जी महाराज जी की जय बोली और वहां से आ गया। परमात्मा ने मेरी वहाँ पर भी रक्षा करी। मेरे पिताजी के पेट में रसोली थी वह भी संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेने के बाद बिल्कुल ठीक हो गयी। जब मैंने संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा ली थी तब मैं रोहतक से वापस आ रहा था, तो मेरा लड़का दूसरी बस में चढ़कर चला गया तब मेरे मम्मी पापा ने नाम दीक्षा नहीं ली थी, तो वह मुझे बोलने लगे कि तू कैसे संत से नाम लेकर आ गया तेरा बेटा भी खो गया। फिर मैंने परमात्मा से प्रार्थना लगाई और थोड़ी देर बाद संत रामपाल जी महाराज मेरे बेटे को मेरी पत्नी को देकर चले गए।


मैं नशा बहुत करता था। इतना नशा करता था कि जिस दिन मैं शराब पीकर आता था उस दिन गली के लोग अपने दरवाजे बंद कर लेते थे कि आज यह शराब पीकर आया है पता नहीं आज क्या करेगा। लेकिन जब से संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा ली मेरा नशा पूरी तरह से छूट गया। आज मैं किसी तरह का कोई नशा नहीं करता। संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेने के बाद मुझे लाभ ही लाभ प्राप्त हुए हैं।


नाम लेने से पहले और बाद का अनुभव

वर्तमान में संत रामपाल जी महाराज शास्त्रों के अनुसार सही सद्भक्ति बता रहे हैं, जिससे हमें वह पूर्ण परमात्मा भी मिलेगा और पूर्ण मोक्ष भी मिलेगा और साथ में जब तक हम यहां पर हैं परमात्मा हमें यहां के सुख भी देगा।

मेरा समाज को संदेश

मैं सभी लोगों से यही कहना चाहता हूं कि मेरे जैसा एक निर्लज व्यक्ति आज एक संत का जीवन जी रहा है। आप भी संत रामपाल जी महाराज जी की शरण में आएं और उनसे नाम दीक्षा लें। पृथ्वी पर भगवान आए हुए हैं जो सभी के विकार छुड़वा देते हैं तो आप भी संत रामपाल जी महाराज की शरण में आएं और अपना मोक्ष करवाएं।

अगर आप भी संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेना चाहते हैं तो संत रामपाल जी महाराज जी के विभिन्न टीवी चैनलों पर सत्संग आते हैं। सत्संग के दौरान मोबाइल नंबर आते हैं। आप उन नंबर पर संपर्क करके अपने नजदीकी नामदान सेंटर का पता करें और वहां जाकर आप निःशुल्क नाम दीक्षा ले सकते हैं या आपके आसपास कहीं पर संत रामपाल जी महाराज के भक्तों द्वारा पुस्तक सेवा होती है वहाँ से आप ज्ञान गंगा पुस्तक लें और उस पुस्तक को पढ़कर ज्ञान समझें और संत रामपाल जी महाराज की शरण में आएं।

सारांश

"सतभक्ति से लाभ-Benefits by True Worship" प्रोग्राम में बताया गया कि "संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेने के बाद लोगों को लाभ हो रहे हैं" पूर्णतः सत्य हैं। जिसका आप चाहें तो निरीक्षण भी कर सकते हैं। आज संत रामपाल जी महाराज जी के करोड़ों अनुयाई हैं और ऐसे लाखों उदाहरण हैं जिनको संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेने के बाद बहुत सारे लाभ मिले हैं। संत रामपाल जी महाराज द्वारा बताई गई भक्ति से कैंसर, एड्स व अन्य लाइलाज बीमारियां भी ठीक हो जाती हैं। क्योंकि धर्मग्रंथ ऋग्वेद मण्डल 10 सूक्त 161 मंत्र 2, 5, सूक्त 162 मंत्र 5 और सूक्त 163 मंत्र 1-3 में प्रमाण है कि हर बीमारी का इलाज सतभक्ति से ही संभव है, साथ ही वह परमात्मा अपने साधक की अकाल मृत्यु तक टाल सकता है और उसे 100 वर्ष की आयु प्रदान करता है तथा उस परमात्मा की सतभक्ति से असाध्य रोग भी ठीक हो जाते हैं। 

संत रामपाल जी महाराज का ज्ञान पवित्र वेद, पवित्र शास्त्रों के अनुसार है और पवित्र गीता जी अध्याय 4 श्लोक 34 में जिस तत्वदर्शी संत के बारे में जिक्र आया है वह तत्वदर्शी संत कोई ओर नहीं संत रामपाल जी महाराज ही हैं। तो देर ना करते हुए आप भी संत रामपाल जी महाराज जी का ज्ञान समझे और उनसे नाम दीक्षा लेकर मोक्ष मार्ग प्राप्त करें और 84 लाख योनियों के जन्म मरण से छुटकारा पाएं।


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