रमा शर्मा (Rama Sharma) जी की आपबीती, संत रामपाल जी महाराज से प्राप्त सतभक्ति से जीवन हुआ सुखी

संत रामपाल जी महाराज एक ऐसा नाम जो आध्यात्मिक जगत के सच्चे संत हैं और सबसे बड़ी बात समाज सुधार के लिए प्रयत्नशील समाज सुधारक (Social reformer) हैं। संत रामपाल जी लाखों लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत हैं। साथ ही, उनका ज्ञान अद्वितीय है और सबसे बड़ी बात यह है कि वे सभी पवित्र धर्मग्रंथों के अनुसार सही भक्ति विधि बताते हैं।

सतभक्ति से लाभ प्रोग्राम द्वारा समाज के ऐसे लोगों को सामने लाया गया जो न जाने कितनी समस्याओं से जूझ रहे थे, लेकिन संत रामपाल जी महाराज द्वारा बताई गई सद्भक्ति से उनकी सभी समस्याएं खत्म हो गईं और उन्हें एक नई ज़िंदगी मिली जो आज लाखों लोगों के लिए उदाहरण हैं। तो आज हम आपको एक ऐसे ही एक व्यक्ति की कहानी से परिचित करवाएंगे जिनको संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेकर सतभक्ति करने से न केवल आध्यात्मिक लाभ बल्कि शारीरिक और आर्थिक लाभ भी मिला।

"सतभक्ति से लाभ-Benefits of True Worship" की थीम इस प्रकार है


  • रमा शर्मा (Rama Sharma) जी की आपबीती
  • संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेने की प्रेरणा
  • नाम दीक्षा लेने के बाद कि जिंदगी में आये बदलाव
  • नाम लेने से पहले और बाद का अनुभव
  • मेरा समाज को संदेश
  • सारांश

रमा शर्मा (Rama Sharma) जी की आप बीती

मेरा नाम रमा शर्मा (Rama Sharma) है। मैं शिमला, हिमाचल प्रदेश की रहने वाली हूँ। पहले मैं आम लोगों की तरह भक्ति साधना करती थी। शिवजी की भक्ति करती थी, व्रत वगैरह करती थी, सारी पूजाएं करती थी पर मुझे इससे कुछ लाभ नहीं मिला।

संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेने की प्रेरणा

मैंने संत रामपाल जी महाराज जी से नामदीक्षा 16 जून 2018 में ली थी। संत रामपाल जी महाराज जी के बारे में मुझे मेरी बुआ से पता चला। हम उनके घर मम्मी के साथ सत्संग में गए थे। वहां सत्संग सुना, लोगों के अनुभव सुने जो सत्संग में बता रहे थे और मेरा PGI में इलाज भी चल रहा था तो उन्होंने बोला कि आप भी नाम ले लो तो मैंने बोला कि मैं नियम नहीं कर पाऊंगी तो उन्होंने बोला कि आप थोड़े दिन देख लो, आजमा लो। अगर फर्क पड़े तब निभा लेना। फिर मैंने संत रामपाल जी महाराज जी से नामदीक्षा ले ली

नाम दीक्षा लेने के बाद जिंदगी में आए बदलाव

मुझे तीन साल से ब्रैस्ट कैंसर की बीमारी थी। तीसरे स्तर पर मेरा कैंसर पहुंच चुका था। मेरा इलाज शिमला स्नूडन्स में हुआ था। इसके बाद मेरा एक ऑपरेशन हुआ था 2 साल पहले, उससे भी मुझे कोई लाभ नहीं मिला। दोबारा 9 जनवरी को एक बार फिर ऑपरेट हुआ लेकिन 15 दिन बाद ही दोबारा से मुझे गिल्टियां शुरू हो गयी। डॉक्टरों ने कहा कि आपको ऑपरेट करवाना पड़ेगा ठीक हो जाएगा लेकिन मैंने मना कर दिया। इसके बाद मैं दवाईयां खाती रही लेकिन मेरी समस्या ज्यादा बढ़ गयी। इसके बाद मैं PGI चली गयी। PGI जाने के बाद मैं एक हफ्ते तक दवाईयां खाती रही लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ।

इसी बीच मैं सत्संग में गयी और वहीं नाम ले लिया। 2 दिन मैंने संत रामपाल जी महाराज जी के दिये मन्त्र जाप किये लेकिन ज्योति नहीं जलाई। फिर मेरी बुआ का फ़ोन आया कि आप कैसे भक्ति कर रहे हो? मैंने कहा कि भक्ति तो मैं कर रही हूं लेकिन मुझसे नियम नहीं हो पाएंगे, मुश्किल लग रहा है। उन्होंने कहा कि आप ज्योति जलाओ, दण्डवत करो, लाभ होगा। फिर मेरा 19 को ऑपरेट होना था PGI में, तो मैं वहाँ गयी थी और मेरी बुआ भी चंडीगढ़ आयी थीं। उन्होंने मुझे बोला कि हम जा रहे हैं रोहतक और तुझे चलना हो तो तू भी चल। उस दिन मेरी डॉक्टर नहीं आई थी तो मैं भी उनके साथ चली गयी। उस दिन मेरे अंदर इतनी शक्ति आयी कि मैं नंगे पांव पूरे रोहतक में चली जबकि पहले मैं बिल्कुल भी नहीं चल पाती थी और घर आने के बाद मैंने दवाईयां बंद कर दीं और ज्योति जलाई तथा मर्यादा में रहकर भक्ति करना प्रारंभ किया। 

फिर 25 दिन में मुझे पता चल गया और मेरी सारी समस्याएं दूर हो गयी। जो ऑपरेशन होना था उसकी तारीख भी आगे हो गयी। फिर मैं PGI में गयी और मेरी सारी जांचें पूरी हो गयी और मेरे तीसरे स्तर का कैंसर खत्म हो गया। मेरे पास सारी रिपोर्टें रखी हैं अगर किसी को देखना हो तो मैं दिखा सकती हूँ। डॉक्टर का नाम डॉ. बनर्जी रिपन में, PGI में डॉ. दीपिका मेम से इलाज चला था। मेरा जब दोबारा टेस्ट हुआ तो डॉक्टर्स ने कहा कि ये तो चमत्कार हो गया। मेरी 7 महीने से दवाईयां बंद हैं और मैं बिल्कुल स्वस्थ हूँ। मेरे पेट में भी समस्या थी और इसकी अल्ट्रासाउंड रिपोर्ट भी मेरे पास है। संत रामपाल जी महाराज जी की दया से मेरी पेट की समस्या भी खत्म हो गयी। संत रामपाल जी महाराज जी की शरण में जाने से मैं, मेरे बच्चे और पति सब ठीक हैं, नहीं तो रोज लड़ाई झगड़ा होता था। कभी कहीं दर्द कभी कहीं, उन सबसे मुझे छुटकारा मिला।


नाम लेने से पहले और बाद का अनुभव

संत रामपाल जी महाराज जी द्वारा दी हुई भक्ति से मेरा तीसरे स्तर का कैंसर भी समाप्त हो गया और जो लाभ मुझे हुआ है वो आपको भी हो सकता है। इसके लिए आप संत रामपाल जी महाराज जी का सत्संग सुनो, उनसे नाम लो और उनके द्वारा दी हुई भक्ति मर्यादा में रहकर करो। संत रामपाल जी महाराज जी के अलावा मैं कहीं ठीक नहीं होती क्योंकि मैंने पहले भी बहुत पूजाएं की थीं। जादू टोना हो रखा था उसका भी बहुत निवारण करवाया। बहुत खर्चा किया लेकिन कहीं से मुझे लाभ नहीं हुआ था।

संत रामपाल जी महाराज जी पर अब मुझे पहले से ज्यादा विश्वास है। मेरा शरीर अब पूरी तरह से स्वस्थ है। 7 महीने पहले बीमारी के कारण मैं 3 महीने बिस्तर पर ही रहती थी और नौकरी पर भी नहीं जा पा रही थी। लेकिन जब से संत रामपाल जी महाराज जी से नामदीक्षा ली है तब से मैंने नौकरी भी शुरू कर दी और खाना भी बना लेती हूंँ जबकि पहले मैं खाना भी नहीं बना पाती थी।


मेरा समाज को संदेश

मैं सभी से यही कहना चाहती हूँ कि आप भी संत रामपाल जी महाराज जी का सत्संग सुनो, "जीने की राह", "ज्ञान गंगा" पुस्तक पढ़ो। सत्संग के समय नीचे एक पट्टी चलती है। उसमें नम्बर दिए होते हैं, उन पर कॉल करो और ज्ञान समझकर नाम लेकर भक्ति करो, उससे आपको भी मेरी तरह लाभ होगा।

जो लोग कैंसर से पीड़ित हैं, उनको मैं यही संदेश देना चाहती हूँ कि आप भी संत रामपाल जी महाराज जी का सत्संग सुनो, गुरुवाणी सुनो। मैंने भी उनके बताए मन्त्रों का जाप किया था तो 25 दिन में ही मेरा कैंसर खत्म हो गया, आप भी उनकी शरण ग्रहण करो और अपना कल्याण करवाओ।  


सारांश

"सतभक्ति से लाभ-Benefits by True Worship" प्रोग्राम में बताया गया कि "संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेने के बाद लोगों को लाभ हो रहे हैं" पूर्णतः सत्य हैं। जिसका आप चाहें तो निरीक्षण भी कर सकते हैं। आज संत रामपाल जी महाराज जी के करोड़ों अनुयायी हैं और ऐसे लाखों उदाहरण हैं जिनको संत रामपाल जी महाराज से नाम दीक्षा लेने के बाद बहुत सारे लाभ मिले हैं। 

संत रामपाल जी महाराज द्वारा बताई गई भक्ति से कैंसर, एड्स व अन्य लाइलाज बीमारियां भी ठीक हो जाती हैं। क्योंकि धर्मग्रंथ ऋग्वेद मण्डल 10 सूक्त 161 मंत्र 2, 5, सूक्त 162 मंत्र 5 और सूक्त 163 मंत्र 1-3 में प्रमाण है कि हर बीमारी का इलाज सतभक्ति से ही संभव है, साथ ही वह परमात्मा अपने साधक की अकाल मृत्यु तक टाल सकता है और उसे 100 वर्ष की आयु प्रदान करता है तथा उस परमात्मा की सतभक्ति से असाध्य रोग भी ठीक हो जाते हैं। संत रामपाल जी महाराज का ज्ञान पवित्र वेद, पवित्र शास्त्रों के अनुसार है और पवित्र गीता जी अध्याय 4 श्लोक 34 में जिस तत्वदर्शी संत के बारे में जिक्र आया है वह तत्वदर्शी संत कोई ओर नहीं संत रामपाल जी महाराज ही हैं। तो देर ना करते हुए आप भी संत रामपाल जी महाराज जी का ज्ञान समझे और उनसे नाम दीक्षा लेकर मोक्ष मार्ग प्राप्त करें और 84 लाख योनियों के जन्म मरण से छुटकारा पाएं।

Post a Comment

0 Comments